बजट पर अलग-अलग संगठनों की राय
रायपुर । महादेव घाट रोड व्यापारी संघ ने भूपेश सरकार के बजट को विकसित राज्य की श्रेणी वाला बजट बताया। संघ के अध्यक्ष धीरज ताम्रकर और महामंत्री विमल बाफना ने कहा कि मुख्यमंत्री ने नरवा, घुरुवा, गरवा, बाड़ी की नीतियों के तहत किसानों की कल्याणकारी, लाभकारी योजना और स्वास्थ्य संबंधी विभिन्ना योजनाओं का विस्तार करने के लिए बजट तैयार किया है। बजट में शिक्षा के क्षेत्र का विशेष ध्यान रखा गया है और और रोजगार के नए अवसर प्रदान करने के लिए उद्योगों को बढ़ावा दिया गया है।
बजट किसान और गांव पर केन्द्रित
मर्चेन्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष सतीश जैन, उपाध्यक्ष रजा खान ने भूपेश सरकार के दूसरे बजट को संजीवनी बजट बताया। बजट पूरी तरह से किसान और गांव पर केंद्रित है। राजीव किसान न्याय योजना पर 5100 करोड़, नरवा, गरवा, घुरुवा, बाड़ी पर 1603 करोड़ का प्रावधान किया गया है। इससे किसान और गांव का विकास होगा। कृषक जीवन ज्योति योजना के तहत पांच हार्स पावर तक बिजली फ्री दी जाएगी।
शिक्षक-कर्मचारियों को भूल गए सरकार
छत्तीसगढ़ विद्यालयीन शिक्षक कर्मचारी संघ ने बजट को शिक्षक समेत प्रदेश के पांच लाख कर्मचारियों के संदर्भ में निराशाजनक बताया। संघ के प्रांताध्यक्ष संजय तिवारी ने कहा, मुख्यमंत्री बजट तैयार करते समय प्रदेश के पांच लाख से अधिक शासकीय कर्मचारियों को भूल गए। 16 हजार से अधिक शिक्षाकर्मियों के संविलियन के अलावा बजट में कुछ भी नहीं है।
आम जनता को मिलेगा लाभ
रायपुर जिला दवा विक्रेता संघ ने बजट में घोषित नई स्वास्थ्य योजनाओं का स्वागत किया हैं। संघ के सचिव अश्वनी विग ने कहा- प्रदेश की आम जनता को इसका सीधा लाभ मिलेगा। वहीं हाट-बाजार क्लीनिक अच्छी योजना, पर डॉक्टर दवा की पर्ची लिखता है तो केवल फार्मासिस्ट से ही दवा वितरण करना चाहिए।