खेल-खेल में बनाया था टिकटॉक, अब प्रमोशन से हर महीने कर रहे मोटी कमाई
इंदौर। टिकटॉक अब शॉर्ट वीडियो संदेश देने वाला सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ही नहीं रहा, बल्कि युवा इसे अपना प्रोफेशन भी बना रहे हैं। टिकटॉक हीरो नाम से पहचान बना रहे शहर के युवा कम समय में मिलियन फॉलोअर्स तक पहुंच चुके हैं। इन्हें इंदौर ही नहीं, बल्कि बाहर के देशों के लोग भी फॉलो कर रहे हैं। शहर के इन युवाओं की टिकटॉक पर आने की अपनी अनोखी कहानी है। किसी ने यूं ही खेल-खेल में टिकटॉक पर पहला वीडियो डाला था तो किसी ने अपने दोस्त के कहने पर टिकटॉक बनाया था। शुरुआत में अपने शौक से संबंधित वीडियो बनाते थे, लेकिन अब कॉमेडी, मोटिवेशनल सामाजिक और कंसेप्ट बेस्ड वीडियो बना रहे हैं। शहर में 10 मिलियन फॉलोअर्स वाले सन्नी कालरा अपने कैफे के सामने दूसरों को वीडियो बनाते हुए देखते थे। एक दिन उनकी दोस्त ने साथ में टिकटॉक वीडियो बनाने की जिद की और इसके बाद से सन्नी को यूजर ने इतना पसंद किया कि उन्होंने खुद टिकटॉक बनाना शुरू कर दिया। सन्नी का कहना है कि टिकटॉक पर कंपनियों के प्रमोशन से हर महीने चार से पांच लाख रुपए कमा रहे हैं।
शहर के पंकज जोशी के आठ लाख फॉलोअर्स हैं। वे दिव्या उपाध्याय के साथ वीडियो बनाते हैं। दोनों मोटिवेशनल वीडियो बनाते हैं। परिवार और रिश्तों से संबंधित कंसेप्ट पर भी वे वीडियो बनाते हैं। दोनों को फॉलोअर्स पीजे दिव्या के नाम से भी जानते हैं। टिकटॉक द्वारा 2019 के लिए बेस्ट कपल का खिताब भी इन्हें मिल चुका है। पंकज ने बताया दोनों को बॉलीवुड से भी काम करने के ऑफर आए हैं। हर महीने दोनों चार से पांच लाख रुपए अर्निंग प्रमोशन से कर लेते हैं।
शहर के आशीष (चीकू) व्यास के 2.5 मिलियन फॉलोअर्स हैं। आशीष कॉमेडी और लव आधारित वीडियो बनाते हैं। साथ में एमबीए की भी पढ़ाई कर रहे हैं। वे इसी क्षेत्र में कॅरियर को आगे ले जाना चाहते हैं। आशीष ने बताया प्रमोशन से हर महीने 50 हजार से ज्यादा की इनकम हो जाती है। बॉबी चौरसिया की कहानी टिकटॉक में आने की कुछ अलग है। वे एक दिन लालबाग में साइकिल चला रहे हैं थे। इस दौरान उनका एक टिकटॉक सेलिब्रेटी से मिलना हुआ। इसके बाद से बॉबी ने भी वीडियो बनाना शुरू कर दिए। बॉबी का कहना है कि शुरुआत में नादानी में वीडियो बनाता था। चार महीने तक फॉलोअर्स नहीं मिल रहे थे, लेकिन इसके बाद सभी पसंद करने लगे। बॉबी के इस समय 1.4 मिलियन फॉलोअर्स हैं। वे बताते हैं विभिन्न प्रोडक्ट के प्रमोशन से करीब 40 हजार रुपए महीने की इनकम हो जाती है।
कंसेप्ट बेस्ड होता जा रहा है टिकटॉक
कुछ दिन पहले शहर में आई टिकटॉक फॉर गुड की प्रमुख डॉ. सुबी चतुर्वेदी ने कहा था कि टिकटॉक पर अब कॉमेडी के ही वीडियो नहीं, बल्कि नॉलेज और कंसेप्ट बेस्ड वीडियो भी देखने को मिलेंगे। सामाजिक विषयों पर भी स्टोरी देखने को मिलेगी। इसके लिए आईआईएम इंदौर के साथ टिकटॉक का समझौता भी हुआ है। डिजिटल मार्केटिंग के विशेषज्ञ शशांक चौरे कहते हैं आने वाले समय में शॉर्ट वीडियो स्टोरी का चलन और बढ़ेगा। टिकटॉक जैसे प्लेटफॉर्म कम समय में मार्मिक संदेश समाज में देने का काम कर रहे हैं। युवाओं के पास अच्छा मौका है कि वे अपनी कला को प्रदर्शित करने के साथ प्रमोशन की मदद से अर्निंग भी करें।