नए करों से बचा कारोबार, कुछ उम्मीदों पर फिरा पानी
रायपुर। छत्तीसगढ़ के बजट में किसी भी प्रकार से कोई नया कर नहीं लगाने से व्यापारी वर्ग उत्साहित है। व्यापार-उद्योग जगत से जुड़े लोगों का कहना है कि बजट में किसानों का विशेष ध्यान रखा गया है। शिक्षा पर भी फोकस है, लेकिन व्यापार-उद्योग जगत की बहुत सी उम्मीदों पर पानी फिर गया, जिससे हताशा है।
अलग-अलग सेक्टर से जुड़े व्यापारियों और उद्योगपतियों के अनुसार बजट में व्यापारियों की सबसे बड़ी उम्मीद थी मंडी शुल्क से मुक्ति। यह पूरी नहीं हुई। मंडी शुल्क से मुक्ति मिल जाती तो अनाज के दाम और सस्ते हो जाते। व्यापारी वर्ग को ज्यादा कागजी कार्रवाई से राहत मिलती।
बड़ा व्यापारी वर्ग चाहता था कि उनके लिए दुर्घटना बीमा का भी प्रावधान हो, लेकिन यह प्रावधान भी नहीं किया गया। यह भी उम्मीद थी कि शहर का होलसेल मार्केट को बाहर ले जाने का प्रावधान किया जाएगा, लेकिन इसे भी शामिल नहीं किया गया। पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए किया गया प्रावधान काफी अच्छा है। व्यापारियों का कहना है कि प्रदेश में पर्यटन को बढ़ावा मिलना दूसरे सेक्टरों के साथ ही प्रदेश के विकास में भी लाभदायक होगा। वहीं गाड़ियों पर लगने वाले आरटीओ शुल्क को कम करने की मांग की गई थी, उसे भी नजरअंदाज कर दिया गया।
छत्तीसगढ़ मिनी स्टील प्लांट एसोसिएशन के महामंत्री मनीष धुप्पड़ ने कहा कि बजट में सभी वर्गों का ध्यान रखा गया है। यह काफी अच्छी बात है। कोर सेक्टर को छोड़कर नए सेक्टरों पर ज्यादा से ज्यादा फोकस किया गया है। उन्होंने बताया कि हर साल बिजली सब्सिडी को लेकर उद्योगपतियों को परेशानी आती है। इस पर कोई प्रावधान नहीं है।