राज्य के विकास में कृषि की भूमिका तीसरे नंबर पर
रायपुर। छत्तीसगढ़ कृषि प्रधान है। बावजूद इसके राज्य के विकास में योगदान के मामले में कृषि तीसरे नंबर पर है, जबकि उद्योग पहले नंबर पर है। सोमवार को विधानसभा में पेश आर्थिक सर्वेक्षण में यह जानकारी दी गई है। योजना, आर्थिक एवं सांख्यिकी मंत्री अमरजीत भगत ने राज्य का आर्थिक सर्वेक्षण वर्ष 2019-20 पटल पर रखा। संसदीय कार्य मंत्री रविंद्र चौबे ने इसे जारी किया।
जीएसडीपी में स्थिर भाव (वर्ष 2011-12) में प्रदेश के कृषि क्षेत्र की वृद्धि दर 16.81 फीसद अनुमानित है, जबकि देश में इस क्षेत्र की वृद्धि दर स्थिर भावों पर 14.09 फीसद अनुमानित है। प्रदेश की विकास दर में कृषि क्षेत्र का योगदान तीसरे स्थान पर है।
इसी प्रकार औद्योगिक क्षेत्र की विकास दर 46.19 फीसद रहने का अनुमान है, जो राष्ट्रीय स्तर की अनुमानित विकास दर 30.57 फीसद से अधिक है। प्रदेश के विकास दर में औद्योगिक क्षेत्र का योगदान प्रथम स्थान पर है। इसी तरह सेवा क्षेत्र की स्थिर भावों पर विकास दर 37 प्रतिशत अनुमानित है। आर्थिक विकास के साथ सेवा क्षेत्र के योगदान में वृद्धि होती है।
राज्य के विकास में सेवा क्षेत्र की बड़ी भूमिका
आर्थिक सर्वेक्षण के अनुसार राज्य का जीएसडीपी वर्ष 2018-19 की तुलना में 5.32 फीसद की वृद्धि अनुमानित है। जिसमें कृषि और सम्बद्ध क्षेत्र (कृषि, पशुपालन, मत्स्य व वन) में 3.31 फीसद, उद्योग क्षेत्र (निर्माण, विनिर्माण, खनन, उत्खनन, विद्युत, गैस व जल आपूर्ति सहित) में 4.94 फीसद और सेवा क्षेत्र में 6.62 फीसद वृद्धि अनुमानित है।