रायपुर के जिस मकान में रहे विवेकानंद, वह बनेगा स्मारक
रायपुर। राजधानी में स्वामी विवेकानंद का स्मारक बनाने की हरी झंडी शासन ने दे दी है। इसके लिए पांच करोड़ का प्रावधान किया है। रायबहादुर भूतनाथ डे चेरिटेबल ट्रस्ट बूढ़ापारा रायपुर का भवन, जहां वर्तमान में हरिनाथ अकादमी का स्कूल संचालित है, को राज्य सरकार ने स्वामी विवेकानंद स्मारक के रूप में विकसित करने का निर्णय लिया है। इसके बदले में डे चेरिटेबल ट्रस्ट को मलेरिया क्षय रोग अस्पताल कालीबाड़ी में भूमि देने का निर्णय लिया गया है। करीब 8900 स्क्वेयर फीट जमीन ट्रस्ट को दी जाएगी।
ज्ञात हो कि स्वामी विवेकानंद का बचपन रायपुर के डे भवन में बीता था, उसे सहेजा जाएगा। बूढ़ापारा स्थित इस भवन को ऐतिहासिक धरोहर के रूप में स्थापित किया जाएगा और स्थायी संग्रहालय के रूप में विकसित किया जाएगा। इतिहासकारों और दस्तावेजों के आधार पर बंगाल के बाद स्वामी विवेकानंद सबसे अधिक समय रायपुर के बूढ़ापारा स्थित डे भवन में रहे। डे भवन में 1877 के आसपास स्वामी विवेकानंद ने बचपन बिताया था।
आज भी है वह कमरा
विशेषज्ञों के मुताबिक डे भवन के जिस कमरे में स्वामी जी ने समय गुजारा, वह कमरा आज भी यहां है। इस कमरे में उनके द्वारा उपयोग में लाई जाने वाली कुर्सी सहित अन्य सामग्री भी रखी हुई है। पास में ही स्थित बूढ़ातालाब में स्वामी जी गोता लगाते थे, जिसके चलते बूढ़ातालाब को स्वामी विवेकानंद सरोवर नाम दिया गया।
डे भवन में स्कूल संचालित
स्वामी विवेकानंद के निवास स्थान पर इस समय बच्चों को शिक्षा प्रदान की जाती है। यहां राय बहादुर भूतनाथ डे चेरिटेबल ट्रस्ट की ओर से हरिनाथ एकेडमी इंग्लिश मीडियम हायर सेकंडरी स्कूल का संचालन किया जा रहा है। यहां नर्सरी से 12वीं तक की कक्षाएं लगती हैं। स्कूल में इस समय कुल 625 बच्चे अध्ययनरत हैं।