स्वास्थ्य केंद्रों को मजबूत करना बेहद जरूरी
रायपुर। राज्य सरकार ने बजट में स्वास्थ्य योजनाओं को लेकर कई घोषणाएं की गई है। इस पर नईदुनिया से चर्चा करते हुए शासकीय आयुर्वेदिक कॉलेज के कुल सचिव डॉ. संजय शुक्ला ने कहा कि मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान के लिए 60 करोड़ के प्रावधान से कुपोषण को दूर करने में काफी मदद मिलेगी। राज्य के दुर्गम इलाकों, ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराने के लिए हाट-बाजार क्लीनिक योजना के तहत 13 करोड़ रुपये का प्रावधान होने से स्वास्थ्य सेवाओं का ढांचा मजबूत होगा। लेकिन मैनपॉवर की दिक्कत और गुणवत्ता को बेहतर करने के लिए भी काम किया जाना जरूरी है, ताकि लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध कराई जा सके। आप तौर पर देखा जा रहा है कि स्वास्थ्य केंद्रों और जिला अस्पतालों में पूरी सुविधाएं मुहैया नहीं होने के कारण कई छोटी बीमारियों के इलाज के लिए लोगों को राजधानी के बड़े अस्पतालों का रूख करना पड़ रहा है। सरकार को इस ओर प्रयास करने की आवश्यकता है। डॉ. शुक्ला ने कहा कि छत्तीसगढ़ में मलेरिया की बात करें तो अकेले बस्तर में प्रभावितों की संख्या काफी अधिक है। सरकार द्वारा चलाए जा रहे मलेरिया मुक्त बस्तर अभियान से स्थिति निश्चित तौर पर सुधरेगी, लेकिन इस सिलसिले को अनवरत जारी रखते हुए ग्रामीण क्षेत्रों के जरूरतमंद आदिवासियों को समय पर चिकित्सकीय इलाज सुनिश्चित करने की आवश्यकता होगी। स्वास्थ्यगत सेवाओं के विस्तार के लिए घोषणा के बाद अब स्वास्थ्य विभाग की जिम्मेदारी होगी कि इसका बेहतर क्रियान्वयन कर सरकार की मंशा के अनुरूप सुविधाएं उपलब्ध कराई जा सकें।